मुंबई : “पंजाब नेशनल बैंक” (पीएनबी) महाघोटाला करने वाले ‘नीरव मोदी’ को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ‘देवेंद्र फडणवीस’ ने यूपीए सरकार पर निशाना साधा है. शनिवार (24 फ़रवरी) को फडणवीस ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मोदी सरकार के 2014 में सत्ता में आने से पहले पिछली सरकार ने कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए थे, जिसकी मदद से हीरा व्यापारी नीरव मोदी ने पीएनबी महाघोटाले को अंजाम दिया.

सूत्रों के अनुसार उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि मैं समझने की कोशिश कर रहा था कि किस तरह से ‘नीरव मोदी’ और ‘मेहुल चोकसी’ को सारा लाभ मिला है.
इसके आगे फडणवीस ने कहा कि मुझे यह भी जानकारी मिली है कि मोदी सरकार के सत्ता में आने से 4-5 दिन पहले पिछली सरकार ने कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके कारण इन दोनों ने इस घोटाले को अंजाम दिया. साथ ही उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री ‘नरेंद्र मोदी’ इस तरह की किसी भी हुकूमत को शांति से नहीं रहने देंगे और नीरव मोदी को वापस भारत लायेंगे और उनको कानून का सामना करना पड़ेगा.

जब मुख्यमंत्री फडणवीस से सवाल करते हुए कहा कि जब पीएम मोदी ‘दावोस’ यात्रा पर गये थे तो वहाँ उनके साथ ‘नीरव मोदी’ की एक ग्रुप फोटो के कारण पीएम मोदी की छवि पर असर पड़ेगा, इस सवाल का जवाब देते हुए फडणवीस ने कहा कि जब सीआईआई की तरह एक संगठन अपने प्रतिनिधिमंडल को लाता है, इसमें शामिल लोगों की किसी तरस की जाँच नहीं होती है. वर्तमान में हम इस तरह से जी रहे हैं, जहां कोई भी तस्वीर किसी भी समय कहीं भी क्लिक की सकती है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि यदि 50 नीरव मोदी भी आ जाये तो पियाआईएम मोदी की छवि को बिगाड़ नहीं सकते.

देवेंद्र फडणवीस ने दावा करते हुए कहा है कि पिछली ‘कांग्रेस’ के नेतृत्व वाली ‘यूपीए सरकार’ के दुराचार आज के समय में भाजपा की अगुवाई वाली ‘एनडीए सरकार’ के कार्यकाल के दौरान सामने आ रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा है कि विपक्ष इस तथ्य से दूर नहीं भाग सकता है. साथ ही आपको बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान एनडीए ने यीपीए को केंद्र से हटा दिया था.