Pakistan wasted due to rising debt! IMF to introduce financial help (इस्लामाबाद) : सूत्रों की माने तो वर्तमान समय में पाकिस्तान आर्थिक बदहाली का शिकार है. जिसके लिए पाकिस्तान अब खुद को संकट से निकालने के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष’ (आइएमएफ) से आर्थिक मदद की गुहार लगाएगा. जहां आइएमएफ से बेलआउट पैकेज की मांग की जाएगी. पाकिस्तान के पास अब बढ़ते कर्ज के कारण नियमित और जरूरी कार्यो के लिए भी धन नहीं बचा है.

अनुमान लगाया जा रहा है कि पाकिस्तान को फिलहाल नौ अरब डॉलर (66 हजार करोड़ भारतीय रुपये) की आर्थिक मदद की आवश्यकता है.
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सूत्रों की माने तो यह फैसला प्रधानमंत्री ‘इमरान खान’ की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया. इस फैसले को लेने के लिए इमरान सरकार को इसलिए भी काफी मुश्किल आई क्योंकि इससे पहले स्वयं प्रधानमंत्री पूर्व सरकारों के इस तरह के कार्यो पर अपना विरोध व्यक्त कर चुके थे. ध्यान देने वाली बात यह है कि आइएमएफ के पास न जाना पड़े इसके लिए इमरान खान सऊदी अरब गए और वहां के बादशाह और युवराज से आर्थिक सहायता की गुहार लगाई थी.

आपको बता दें कि जब इमरान सऊदी अरब गए तो वहां से पाकिस्तान को मदद मिली परंतु वह नाकाफी साबित हुई. वित्त मंत्री ‘असद उमर’ ने कहा है कि आइएमएफ से बेलआउट पैकेज लेने के संबंध में बहुत जल्द वार्ता शुरू की जाएगी. हम आर्थिक स्थिति को सुधरने के लिए आइएमएफ के समक्ष जाएंगे. साथ ही असद उमर इंडोनेशिया के बाली में 12 से 14 अक्टूबर तक होने वाली आइएमएफ और ‘विश्व बैंक’ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जाएंगे. उम्मीद जय कि वहीं वह बेलआउट पैकेज के लिए चर्चा शुरू कर देंगे.

इमरान सरकार देश की आर्थिक स्थिति को सुधरने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. अपनी आर्थिक स्थिति को ठीक करने के लिए वह मित्र देशों से मदद मांगेगी, इसके अलावा अप्रवासी पाकिस्तानियों से देश में निवेश और इमदाद भेजने की अपील करेगी.